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Showing posts from February, 2021

क्यों आपकी संस्कृति निराधार है और बकवास से ज्यादा कुछ नहीं है?

जरूरी बात इस लेख का मकसद किसी की भावना या विश्वास को चोट पहुँचाना नहीं है और न ही किसी धर्म का अनादर करना है। मैं सिर्फ कुछ बिंदुओं और तथ्यों का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं। यदि आपके पास बहुत अधिक समय नहीं है और सीधे मुद्दे पर आना चाहते हैं, तो यहां क्लिक करें। मैंने बहुत से लोगों को इस तरह के विषय पर बहस करते देखा है कि हिजाब कुरान में नहीं है, सिंदूर पहनने के पीछे के कारण, आदि, आदि। कुछ लोगों कहते है कि यह इस तरह से नहीं लिखा गया है, यह इस तरह से लिखा गया है, या उसका अर्थ यह नहीं है, यह है। मैं अक्सर सोचता हूं कि क्या यह हकीक़त में मायने रखता है जब बात केवल एक किसी व्यक्ति की हो। आपको क्या पहनना चाहिए या क्या नहीं पहनना चाहिए यह आप पर निर्भर नहीं होना चाहिए; कुछ पूर्व निर्धारित ग्रंथों पर निर्भर होने के बजाय जो इतने साल पहले लिखे गए थे। कोई नहीं जानता कि उन्हें किसने लिखा है और उनके पीछे का असली मकसद क्या है, उस समय की स्थितियाँ क्या थी, या उस समय के बारे में कुछ और। क्या यह हकीक़त में मायने रखता है कि गीता में क्या लिखा है, कुरान में क्या लिखा है, बाइबल में क्या लिखा है, या कहीं और जब य

वेश्या !

जरूरी बात यहाँ "वेश्या" शब्द को उपयोग केवल महिलाएँ के लिए नहीं किया गया, यहाँ वेश्या शब्द से पुरुष, महिला, और अन्य सभी सेक्स वर्कर्स को दर्शाया गया है और वेश्या शब्द को इसलिए उपयोग किया गया है क्यूँ कि यह समाज सदियों से इज़्ज़त को औरतों के कंदो पर डालता आया है। जब में लोगों देखता हूँ वेश्याओं को एक अलग ही गन्दी नज़रों से देखते हुए, उन्हें समाज द्वारा न अपनाते हुए, उनकी इज़्ज़त न करते हुए तो सोचता हूँ आखिर क्या है इस जिस्म में, जो लोगों के मन में वेश्याओं के प्रति इज़्ज़त को पूरी तरह मिटा देता है। कई सवाल उठते है मन में, ऐसे सवाल जिनके जवाब की तो छोड़ो उन सवालों को ही समझना मुश्किल पड़ता है। मन में एक ख़्याल अक्सर आता है की क्या इस पृथ्वी पर हर एक जीवित चीज इस मुकाम पर नहीं पहुँचना चाहता। आप दो प्रेमियों को ही देख लीजिए आपको नहीं लगता यह दोनों सम्भोग की और खींचें चले जा रहे है। दो लोग शादी करना चाहते है जिससे वह समाज में अपनी इज़्ज़त बनाए रखे ही सम्भोग का पूरा आनंद ले सके। आप मेरी बात को गलत मत ले जाइए; मुझे पता है प्रेम केवल सम्भोग के बारे में नहीं है और यह हो भी नहीं सकत